रांची को “झरने का शहर” भी कहा जाता है। इसकी चित्रमय स्थिति और घने जंगल पृथ्वी पर एक स्वर्ग होने का एहसास दिलाते है। रांची में ढेरों झरनें, चट्टान से बनी आकृतियां, पहाड़ियां और कई औद्योगिक परिसर हैं। यहां का मौसम भी पूरे साल खुशनुमा बना रहता है। पहाड़ी स्थलाकृति ने ब्रिटिश शासनकाल के दौरान इसे “Hill Station” का नाम दिया है। अक्टूबर से मई के बीच रांची घूमना सबसे अच्छा रहता है।
Tourist Places in Ranchi |
रांची और आसपास के पर्यटन स्थल :-
PAHARI MANDIR (पहाड़ी मंदिर, रांची)
रांची रेलवे स्टेशन से सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित रांची पहाड़ी 300 फीट ऊंची है। इस प्रसिद्ध पहाड़ी पर शिव मंदिर स्थित है। सावन माह में बड़ी संख्या में भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं।इस मंदिर की विशेषता यह है कि स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर यहां झंडोतोलन होता है। ब्रिटिश काल में इसी पहाड़ी की चोटी पर विद्रोहियों को फांसी की सजा दी जाती थी। इसलिए इसे फांसी टूँगरी भी कहा जाता था मूल रूप से इसका नाम रिचि बुरु है। पहाड़ी की चोटी से रांची शहर की खूबसूरती को जा सकता है। 23 जनवरी 2016 को सुभाषचंद्र बोस की जन्मदिन पर 60 किग्रा जो कि विश्व का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज जो कि 99 मीटर लंबाई एवं चौड़ाई 66 मीटर है पहाड़ी मंदिर पर लहराया गया।
ROCK GARDEN (रॉक गार्डन, रांची)
रांची के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना हो, तो कांके रोड स्थित रॉक गार्डन अवश्य घूमिये, रॉक गार्डन स्थित भूत बंगला इन दिनों लोगों के आकर्षण का केन्द्र है। डरावना होने के बावजूद यह मनोरंजक भी है। भूत बंगला बड़ों से अधिक बच्चों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इसके अलावा यहां से कांके डैम का नजारा भी लिया जा सकता है। वर्तमान में इसे पुनः खोल दिया गया है।जयपुर के बगीचे के बाद रांची रॉक गार्डन का महत्व और फ्रेम में दूसरा स्थान है। यह गोंडा हिल्स की चट्टानों से बनाया गया था। इस जगह की सुंदरता में एक संरचना और झरने का रूप दिखता है। इसके निर्माण में आधुनिक और प्राचीन सृजनात्मकता का अनूठा संगम देखने को मिलता है।
DASSAM FALLS (दशम फॉल्स, रांची)
दशम फॉल्स को भी दशम गघ के रूप में जाना जाता है। 144 फुट की ऊंचाई से गिरते हुआ, ये झरना रांची से लगभग 34 किमी दूर है। यहां आने का सबसे अच्छा समय बरसात के मौसम में है। दशम फॉल्स का पानी बहुत साफ और स्पष्ट है, यह एक पर्यटक के लिए स्वाभाविक है कि स्नान या तैरने के लिए पानी में घुसने के लिए मोहित हो जाए, लेकिन पर्यटकों को चेतावनी दी गई है कि ऐसा न करें।
BIRSA ZOOLOGICAL PARK (बिरसा जैविक उद्यान, रांची)
बीरसा जैविक पार्क या बिरसा जैविक उद्यान, रांची पटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओरमंझी के पास स्थित है यह रांची से 16 किलोमीटर पूर्व में रांची-पटना मार्ग पर ओरमांझी के निकट स्थित है। पेड़-पौधों व वन्यप्राणियों से यह उद्यान परिपूर्ण है। यहां से मात्र आठ किलोमीटर की दूरी पर मूटा मगरमच्छ प्रजनन केन्द्र भी स्थापित है।104 हेक्टेयर भूमि के क्षेत्र में फैले प्राकृतिक जंगल के साथ आपको लगता है कि आप जानवरों को देखने के लिए जंगली जंगल में प्रवेश कर चुके हैं। यहां का दृश्य बहुत ही मनभावन और शांति प्रदायक हैं।
JAGANNATH MANDIR (जगन्नाथ मंदिर, रांची)
जगन्नाथ मंदिर 17 वीं सदी में बनाया गया था। यह पहाड़ी पर स्थित है और पुरी जगन्नाथ मंदिर की तरह दिखता है और इसे पुरी मंदिर के बगल में दूसरा सबसे बड़ा जगन्नाथ मंदिर माना जाता है। इस जगह का दृश्य उत्कृष्ट है। जगन्नाथ मंदिर रांची के धुर्वा में स्थित है, इसका निर्माण नागवंशी राजा ने किया था, यह पुरी के जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पर बनाया गया है गया है, यहां प्रत्येक वर्ष भव्य रथयात्रा होती है और सात दिनों तक मेला लगती है।
HUNDRU FALLS (हुंडरू फाल्स, रांची)
Hundru Falls रांची से 45 किमी दूर है और यह रांची पुरूलिया रोड पर स्थित है। यह स्वर्णरेखा नदी के मार्ग पर बनाया गया है। यह भारत का 34 वां सबसे बड़ा झरना है और 320 फीट की ऊंचाई से गिरता है।
JONHA FALLS (जोन्हा फाल्स, रांची)
जोनहा फाल्स शहर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जोनहा का झरना, रांची में एक और लुभावना झरना है। आपको झरने तक पहुंचने के लिए करीब 700 कदम चढ़ना होगा। झरना घने जंगलों से घिरा हुआ है और यहाँ के दृश्य लुभावने है।
रांची से दूरी : 45 कि.मी.
विशेषता :राधू नदी की 140 फीट की ऊंचाई से गिरती।
धारा व फॉल के समीम पहुंचने के लिए 489 सीढ़ियों
पर चढ़ना।
आवागमन के साधन : ट्रेन,बस, दो व चार पहिये
वाहन। यह रांची-पुरूलिया मार्गपर अवस्थित है।
सावधानियां : नदी तक पहुंचने के लिए लगभग 489
सीढ़ियां उतरते समय आवश्यक।
RANCHI LAKE (रांची झील, रांची)
रांची झील शहर के केंद्र में है और यहां से आप झील और पहाड़ियों को देख सकते हैं। कर्नल onsley ने इस झील का 1 9 82 में उत्खनन किया था। ठंडी हवाएं और मंत्रमुग्ध सूर्यास्त, एक अच्छी शाम खर्च करने के लिए एक आदर्श स्थान है।
DEORI MANDIR (देवड़ी मंदिर,रांची)
देवड़ी मंदिर देवी काली का एक प्राचीन मंदिर है और यह रांची के तमाड़ गांव में स्थित है। देवी काली की प्रतिमा में 16 हाथ हैं और इसे स्थानीय रूप से “सोलहभुजी देवी” कहा जाता है।
NAKSHTRA VAN (नक्षत्र वन,रांची)
नक्षत्र वन शहर में स्थित एक सुंदर पार्क है। यह झारखंड के वन विभाग द्वारा बनाया गया था। यह स्थान राशि चिन्हों के अनुसार अलग-अलग वर्गों में विभाजित है। यह शहर के बीचों बीच राज्यपाल भवन के पास स्थित है।
SUN TEMPLE (सूर्य मंदिर,रांची)
रांची में सूर्य मंदिर Bundu के निकट टाटा रोड पर स्थित है। मंदिर परिसर में 18 पहियों के साथ एक बड़ा रथ का आकार और 7 घोड़े की मूर्ति है, जिसे देखकर ऐसा लगता है, मानो यह यात्रा के लिए उतरने के लिए तैयार हो रहा है।
TAGORE HILL (टैगोर हिल,रांची)
रांची से छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित मोरहाबादी हिल (टैगोर हिल) के नाम से प्रसिद्ध है। यह रांची के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है। यह पहाड़ी टैगोर परिवार की किंवदंतियों से जुड़ा है, इसे टैगोर हिल के नाम से जाना जाता है। इस पहाड़ी की चोटी पर रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा कई पुस्तकें लिखी गई हैं। गुरुदेव ने अपनी प्रतिभा के बल पर देश-विदेश के बडे विचारकों, लेखकों के बीच अपनी जगह बनाई और राष्ट्रकवि कहलाए। यह स्थान रवीन्द्रनाथ टैगोर के अग्रज ज्योतिरिद्र नाथ टैगोर के जीवन से जुड़ा है।यहां का मुख्य आकर्षण यहां का मनोरम वातावरण है। यहां की हवाओं में जाने क्या जादू है कि एक पल में सारी थकान छू मंतर हो जाती है। पहाड़ पर चढ़ कर रांची के सुंदर प्राकृतिक का नजारा लिया जा सकता है। लोग यहां आकर घंटो बैठते हैं और सूर्योदय व सूर्यास्त का शानदार नजारा हिल का चोटी से देखते है।
PATRATU HILLS (पतरातू घाटी)
पतरातू घाटी हरे भरे पेड़ों, लाल और बैंगनी फूलों और मधु मक्खियों के Humming से ढकी हुई है। प्राकृतिक भव्यता के संदर्भ में देहरादून-मसूरी और रक्सौल-काठमांडू सड़कों और घाटी की तुलना में पतरातु घाटी भी कम आकर्षक नहीं है। बरसात में पूरी घाटी हरियाली की चादर में लिपटी रहती है। आमतौर पर झारखंड के इस इलाके में मौसम सामान्य रहता है।
RANCHI SCIENCE CITY (रांची विज्ञान केंद्र)
रांची विज्ञान केंद्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर झारखंड परिषद के तहत भारत में झारखंड राज्य का पहला विज्ञान केंद्र है। विज्ञान केंद्र में ऐसे मॉडल दिखाए गए हैं, जो विज्ञान की रहस्यों को अपने आप में समेटे हुए है। इसकी शुरूआत 29 नवंबर 2010 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने की थी।
RANCHI AQUARIUM (रांची मछलीघर)
रांची मछलीघर भारत के सबसे बड़े Aquarium में से एक है, जो अभी रांची में भगवान बिरसा जैविक पार्क में खोला गया है। रांची Aquarium Showcase के 58 टैंकों में 120 प्रजातियों की 1600 से अधिक मछलियां है। घातक मछली जैसे कि Pirahana, Eye Catching Angelfish, Cichlid और Parrot Fish पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
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